GURU DEVO NAMAH - Episode 2 - Sanjay Srivastava | Birla School Pilani | GURU DEVO NAMAH Season 2

1 Hrs. 4 Min.Added: 26.02.2021
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  1. Om Prakash Sachdeva

    It was wonderful and very lovely to be a viewer while being attached and associated with the talk and views of Mr Sanjay Srivastva ji and knowing about him by his few friends and family members about him . Perhaps Sanjay Ji must be knowing about me as well , because I also worked as a teacher ‍ in Indian School Ghubra in Oman . Aachaary Sushil Sharma knows me very well .

    9.0 rating
  2. डॉक्टर अशोक कुमार तिवारी

    हिन्दी – हिन्दुस्तान के लिए अनवरत संघर्ष में विदेश की धरती पर हिन्दी विरोधियों के षड्यंत्रों के कारण अकेला पड़ गया हूँ –बार – बार लिखित निवेदन पर भी भारतीय दूतावास मस्कट और संबंधित भारतीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं किसी तरह उन्हें जगाइए :— सहायता कीजिए

    [15/02, 04:42] डॉ. अशोक कुमार तिवारी: मेरी छात्राएँ — अंतर्राष्ट्रीय मंच पर :–
    https://youtu.be/rHloBzndqgw
    [15/02, 04:42] डॉ. अशोक कुमार तिवारी: केवल आपकी जानकारियों के लिए :—
    सत्र 2016 – 17 क्लास -10 की बोर्ड परीक्षा के हिन्दी विषय में मेरे पढ़ाए बच्चों ने भारत के अतिरिक्त संसार के अन्य सभी CBSE स्कूलों में टॉप किया था ( आसपास के ओमानी गाँवों और हिन्दी न जानने वाले मजदूरों को हर शुक्रवार बिना किसी फीस के हिन्दी सिखाने जाता हूँ , अपने साथ स्कूल के कुछ स्वयंसेवकों को लेकर निज़वा जैसे रेगिस्तानी इलाके में लगभग 285 वृक्षों-पौधों का बगीचा तैयार कर दिया है ) उसी के बाद से कम पढ़ी लिखी बिना CBSE Exp. वाली शिक्षिका को क्लास – 9 में हिन्दी पढ़ाने को दे दिया गया – उन्हें इच्छा के विपरीत हिन्दी HOD भी बना दिया गया है– ( हिन्दी HOD रहते हुए 2016 में उन्होंने हिन्दी दिवस नहीं मनाने दिया , क्लास – 7 से वीर कुंअर सिंह जैसे राष्ट्रवादी और देशभक्ति पूर्ण पाठ को कोर्स से निकाल दिया ,क्लास – 6 में महत्वपूर्ण कविता महारानी लक्ष्मीबाई को only for reading के लिए कर दिया, बिना किसी योजना के अव्यवस्था फैलाकर धीरे -धीरे हिन्दी की जड़ों को काटने में लगी हैं ) | — क्लास 1 से 8 तक के शिक्षक -शिक्षिकाओं पर हिन्दी विरोधी प्रिंसिपल का दबाव बनने लगा — हिन्दी को भी ENGLISH में पढ़ाना है , अधिकतर कम जानकारी वाली हिन्दी शिक्षिकाएँ “ हिन्दी ” तक को बोर्ड पर सही नहीं लिख पाती हैं — रिजल्ट डाउन होना स्वाभाविक ही था – 3) गुजरात से आई एक छात्रा ने 12 में हिन्दी 6th subject के रूप में लिया था, बार -बार समझाने के बावजूद प्रिंसिपल (जिन्होंने नेशनल ऐंथम को हटाकर स्कूल ऐंथम शुरू करवाया था, व्यंग्य करते हैं, “अकेले ईसामसीह ने एक सौ अधिक देश बनवा दिया और आपके 33 करोड़ देवता एक भी हिन्दू राष्ट्र नहीं बनवा पाए” , आते ही मीटिंग में कहा था ” English is my religion ” ) ने पहले उसकी एक्टिविटी व अन्य परीक्षाएँ नहीं होने दिया , 18- 12 -19 के सीबीएसई के ऑर्डर आने पर उस छात्रा का रिजल्ट खराब करने के लिए -उसी अनुभवहीन शिक्षिका को केवल एक्टिविटी कराने का ऑर्डर दिया – छात्रा के निवेदन पर भी अभ्यास के लिए अन्य परीक्षाओं की अनुमति नहीं दिये जबकि हिन्दी शिक्षक तैयार थे — समझाने पर सीधे जवाब आया ” मैं CBSE को नहीं मानता हूँ – यहाँ मैं ही सबकुछ हूँ— अभी 29-12-2020 को बिना किसी कारण के 10 हिन्दी टीचर्स को टर्मिनेट करवा दिये हैं जिसमें 7 हिन्दी भाषी हैं — ???

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